सोमवार, 15 फ़रवरी 2016

हम दोस्त बनाकर किसी को रुलाते नही..
दिल में बसाकर किसी को भुलाते नही..
हम तो दोस्त के लिए जान भी दे सकते हैं...
पर लोग सोचते हैं की हम दोस्ती निभाते नहीं...

शनिवार, 13 फ़रवरी 2016










काफी समय पहले की बात है ।उस समय जापान विकसीत देशो में शामिल नही था ।उस समय जापान मे ट्रेनो की हालात भी काफि खस्ता थी ।
एक भारतीय भी उस ट्रेन में सफर कर रहा था । ट्रेन की सीट टुटी हुई थी ।एक जापानी नागरिक भी उस ट्रेन में सफर कर रहा था ।
जापानी नागरिक ने अपनी बैग में से सूई धागा नीकाला और सीट की सीलाई करने लगा ।
भारतीय नागरिक ने पुछा, "क्यां आप रेल्वे के कर्मचारी है? उसने कहा, " ना , मैं एक शिक्षक हूं । मैं ईस ट्रेन से हररोज अप- डाउन करता हूं । ईस सीट की खस्ता हालत देख बाजार से सुई धागा खरीद लाया हुं । सोचा हर रोज ईस सीट को देखकर मुजे महेसुस होता था की अगर कोई विदेशी नागरिक ईसे देखेगा तो मेरे देश कीतनी बेईज्जती होगी एसा सोच के सीट रिपेर (सिलाई) कर रहा हूं ।"
सलाम उस देश के शिक्षक को देश की ईज्जत अपनी ईज्जत समजता हो । और वो ही जापान आज ईतना विकसीत हो गया है की हम उससे बुलेट ट्रेन खरीद रहे है ।
बाकी ट्रक के पीछे "मेरा भारत महान" लीख देने से कोई देश महान नही बन जाता ।



इतिहास के टिचर ने 11वीँ क्लास के छात्र प्रकाश से पुछा- बताओ अकबर का जन्म कब हुआ।
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प्रकाश का जवाब सुनते हि टिचर बेहोश हो गया...
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'
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प्रकाश- सर में कोई जापा करातो थोड़ी फिरूँ !
😳😳😆😆😆😀😀😀

सोमवार, 1 फ़रवरी 2016

सूना हैं की यह ग्रुप बहुत दिमाग वाला हैं…,,,
तो इन 5 चीजों के नाम हिंदी में बताओ……
1) एम्बुलेंस
2) मोबाईल
3) ट्यूबलाइट
4) sim कार्ड
5) xerox
सब के लिए हैं ये खुला चैलेन्ज……
तो दिमाग की बत्ती जलाओ !!!!!
ऑल दि बेस्ट


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1000 का नोट
और
एक्स-रे की रिपोर्ट,
बन्दा भले ही उसके विषय में कुछ भी ना जानता हो,
पर हाथ में आते ही ऊँचा करके देखता जरूर है।
है न सच?

1.
तू भी कभी महसूस कर क्या है बिखरने
की तड़प ….
एक रोज़ बाज़ी यूँ सजे, शीशा तेरा पत्थर मेरा ..!!
2.
#
ना_तेरे_आने_की_खुशी ….
#
ना_तेरे_जाने_का_गम …..
#
बीत_गया_वो_जमाना …..
#
जब_तेरे_दिवाने_थे_हम ……
3.
काश कि कयामत के दिन हिसाब हो सब बेबफाओँ का..
और वो मुझसे लिपट कर कहे कि,
मेरा नाम मत लेना.!!
4.
कुछ इस अदा से तोड़े हैं ताल्लुक उसने,
एक मुद्दत से ढूंढ़ रहा हूँ कसूर अपना…!!!


5.
ये आंसुओं कि ज़कात मुझ पे ही फर्ज क्यों..
वो भी तो कुछ अदा करे, मोहब्बत उसे भी थी..